ग्रेगोरियन कैलंडर के अनुसार 21 दिसम्बर वर्ष 2023 का355वां
दिन है। इस तरह वर्ष में अभी 10 दिन और बाकी हैं। ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से
दिसंबर वर्ष का बारहवां और आखिरी महीना है।
जबकि विक्रम संवत 2080
के अनुसार आज गुरुवार है, शिशिर ऋतु के
मार्गशीर्ष मास का शुक्ल पक्ष है और नवमी तिथि है। आज का राहुकाल 01:23 पी. एम. से 02:41 पी. एम. तक है अतः किसी भी शुभ
कार्य का प्रारम्भ राहुकाल में न करें। इसके अलावा आज का अभिजित मुहूर्त 11:43 ए
एम से 12:25 पी एम तक है। अभिजित मुहूर्त में आप किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत कर
सकते हैं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अभिजित मुहूर्त में किए
गए कार्यों में सफलता की संभावना अधिक रहती है।
इतिहास के पन्नों में 21
दिसम्बर के दिन कई घटनाएं दर्ज हैं, आइए जानते हैं 21 दिसंबर को भारतीय इतिहास में क्या कुछ हुआ, हम आपको आज के दिन घटित महत्वपूर्ण घटनाओं के विषय में बताएंगे साथ ही आज
जन्मे चर्चित व्यक्तियों के विषय में भी बात करेंगे और आज जिन प्रसिद्ध व्यक्तियों
के निधन हुए उनके विषय में भी चर्चा करेंगे।
अब आइए जानते हैं कुछ
महत्वपूर्ण घटनाओं के विषय में
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आज के दिन वर्ष 1898 रसायन शास्त्री पियरे और
मेरी क्यूरी ने रेडियम की खोज की। मेरी क्यूरी का जन्म पोलैंड के वारसा नगर में
हुआ था। महिला होने के कारण तत्कालीन वारसॉ में उन्हें सीमित शिक्षा की ही अनुमति
थी। इसलिए उन्हें छुप-छुपाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करनी पड़ी। बाद में बड़ी बहन की
आर्थिक सहायता की बदौलत वह भौतिकी और गणित की पढ़ाई के लिए पेरिस आईं। उन्होंने फ़्रांस में डॉक्टरेट पूरा करने वाली
पहली महिला होने का गौरव पाया। उन्हें पेरिस विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर बनने
वाली पहली महिला होने का गौरव भी मिला।
21 दिसंबर 1905 को स्वतंत्रता
सेनानी विनायक दामोदर सावरकर बी. ए. की परीक्षा उत्तीर्ण की। हिन्दू राष्ट्रवाद की
राजनीतिक विचारधारा ‘हिन्दुत्व’
को विकसित करने का बहुत बड़ा श्रेय सावरकर को जाता है। वे एक वकील,
राजनीतिज्ञ, कवि, लेखक
और नाटककार भी थे। उन्होंने परिवर्तित हिन्दुओं के हिन्दू धर्म को वापस लौटाने
हेतु सतत प्रयास किये एवं इसके लिए आन्दोलन चलाये।
1909 में आज के दिन अनंत
कान्हेरे ने नासिक के कलेक्टर जैक्सन की हत्या कर दी थी। अनंत लक्ष्मण कान्हेरे एक
भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। 21 दिसंबर 1909 को, उन्होंने आर्थर मेसन टिपेट्स जैक्सन को गोली मार दी , जो ब्रिटिश भारत में नासिक के जिला कलेक्टर था । यह हत्या नासिक के इतिहास
और महाराष्ट्र में भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन की एक महत्वपूर्ण घटना थी।
21 दिसम्बर को जन्मे व्यक्ति
भारत के
17वें मुख्य न्यायाधीश पी.एन. भगवती का जन्म 21 दिसंबर 1921 को हुआ था। पी.एन.
भगवती 12 जुलाई 1985 से 20 दिसंबर 1986 को अपनी सेवानिवृत्ति तक कार्यरत रहे।
उन्होंने भारत में जनहित याचिका और पूर्ण दायित्व की अवधारणाओं की शुरुआत की और
इसके लिए न्यायमूर्ति वीआर कृष्णा अय्यर के साथ-साथ उन्हें देश में न्यायिक
सक्रियता का अग्रणी माना जाता है । वह भारत में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश रहे।
प्रसिद्ध रेडियो
प्रस्तोता अमीन सयानी का जन्म 21 दिसंबर 1932 को हुआ था। एक समय ऐसा था अमीन
सायानी की आवाज़ हिंदी भाषी राज्यों में रेडियो मनोरंजन का पार्याय मानी जाती थी।
21 दिसंबर
1959 को प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी कृष्णमचारी श्रीकांत का जन्म हुआ था। श्रीकांत
अपने समय के एक विस्फोटक बल्लेबाज थे। कुछ
समय के लिए उन्हें राष्ट्रीय टीम का कप्तान भी बनाया गया। और कुछ समय के लिए कृष्णमाचारी
श्रीकांत चयन समिति के अध्यक्ष भी रहे।
21 दिसम्बर को हुए निधन
21 दिसम्बर 1938 को आचार्य महावीर
प्रसाद द्विवेदी का निधन हो गया था। महावीर प्रसाद द्विवेदी हिन्दी गद्य साहित्य के महान साहित्यकार और
अग्रदूत थे, उन्हें एक प्रखर राष्ट्रवादी और पत्रकार के रूप में भी जाना जाता है।
21 दिसंबर 2004 को महान चिकित्सा
विज्ञानी औतार सिंह पेंटल का निधन हो गया था। पेंटल ने तंत्रिका विज्ञान और श्वसन
विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी खोजें कीं । वह रॉयल सोसाइटी, लंदन के फेलो बनने
वाले पहले भारतीय फिजियोलॉजिस्ट हैं। वह एक मेधावी छात्र थे और उन्होंने लखनऊ के
किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज से फिजियोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था । पेंटल ने
एडिनबर्ग विश्वविद्यालय में डेविड व्हिटरिज की देखरेख में अपनी पीएचडी पूरी की ।
21 दिसंबर 2011 को देश के जाने-माने
न्यूक्लियर फिजिसिस्ट पी. के. अयंगर का
निधन हो गया था। अयंगर एक भारतीय परमाणु
भौतिक विज्ञानी थे, जो भारत के परमाणु कार्यक्रम के विकास में अपनी केंद्रीय भूमिका के लिए
व्यापक रूप से जाने जाते हैं । अयंगर ने पहले BARC के निदेशक
और भारत के परमाणु ऊर्जा आयोग के पूर्व अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, उन्होंने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच परमाणु समझौते के खिलाफ
अपनी आवाज उठाई और विरोध जताया और कहा कि यह समझौता संयुक्त राज्य अमेरिका के पक्ष
में है।