ग्रेगोरियन कैलंडर के अनुसार 22 दिसम्बर वर्ष 2023 का356वां दिन है। इस तरह वर्ष में अभी 9 दिन और बाकी हैं। ग्रेगोरियन
कैलेंडर के हिसाब से दिसंबर वर्ष का बारहवां और आखिरी महीना है।
जबकि विक्रम संवत 2080
के अनुसार आज शुक्रवार है, शिशिर ऋतु के
मार्गशीर्ष मास का शुक्ल पक्ष है और दशमी तिथि है। आज का राहुकाल 10:46 पी. एम. से
12:05 पी. एम. तक है अतः किसी भी शुभ कार्य का प्रारम्भ राहुकाल में न करें। इसके
अलावा आज का अभिजित मुहूर्त 11:44 ए.एम. से 12:26 पी.
एम. तक है। अभिजित मुहूर्त में
आप किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत कर सकते हैं, ज्योतिष
शास्त्र के अनुसार अभिजित मुहूर्त में किए गए कार्यों में सफलता की संभावना अधिक
रहती है।
इतिहास के पन्नों में 20
दिसम्बर के दिन कई घटनाएं दर्ज हैं, आइए जानते हैं 20 दिसंबर को भारतीय इतिहास में क्या कुछ हुआ, हम आपको आज के दिन घटित महत्वपूर्ण घटनाओं के विषय में बताएंगे साथ ही आज
जन्मे चर्चित व्यक्तियों के विषय में भी बात करेंगे और आज जिन प्रसिद्ध व्यक्तियों
के निधन हुए उनके विषय में भी चर्चा करेंगे।
सबसे पहले बात करते हैं आज
के विशेष दिवस की तो आज राष्ट्रीय गणित दिवस है। आज ही के दिन सुप्रसिद्ध भारतीय
गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का जन्म हुआ था। इन्होंने मात्र 12 साल की कम आयु में ही त्रिकोणमिति (Trigonometry) में महारत हासिल कर ली और कई प्रमेय विकसित किए। इंफाइनट
सीरीज,
फ्रैक्शन, नंबर थ्योरी और मैथमेटिकल एनालिसिस
में भी श्रीनिवास रामानुजन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। रामानुजन को गणित सिद्धांतों पर काम करने के कारण ‘लंदन मैथेमेटिक्स सोसाइटी’ में चुना गया था। इसलिए हम भारतीय श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिवस
को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाते हैं।
अब आइए जानते हैं कुछ
महत्वपूर्ण घटनाओं के विषय में।
22 दिसंबर 1843 को रवीन्द्रनाथ टैगोर
के पिता देवेंद्रनाथ टैगोर ब्रह्म समाज में शामिल हुए। ब्रह्म समाज भारत का एक सामाजिक-धार्मिक आन्दोलन
था जिसने बंगाल के पुनर्जागरण युग को प्रभावित किया। इसके
प्रवर्तक, राजा राममोहन राय, अपने समय के विशिष्ट समाज सुधारक
माने जाते थे।
वर्ष 1851 में आज के दिन देश में पहली
मालगाड़ी रुड़की से चलाई गयी। जबकि सन 1853 में
भारत में पहली यात्री ट्रेन चलाई गई। भारत में रेलवे सिस्टम विकसित करने का श्रेय
लॉर्ड डलहौज़ी को ही जाता है।
22 दिसंबर 1901 को शांति निकेतन में ब्रह्मचर्य
आश्रम को औपचारिक रूप से खोला गया।
22 दिसंबर 1966 को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी,
नई दिल्ली की स्थापना जेएनयू अधिनियम के अन्तर्गत भारतीय संसद
द्वारा की गई।
22 दिसम्बर को जन्मे व्यक्ति
आज के दिन वर्ष 1666 में सिक्ख पंथ के दसवें व अंतिम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म
हुआ था। वे एक योद्धा, कवि और दार्शनिक थे। वर्ष 1675 में जब उनकी आयु मात्र नौ साल थी तभी उनके पिता गुरु तेग बहादुर को आततायी औरंगजेब
द्वारा फांसी दिए जाने के बाद उन्हें औपचारिक रूप से सिखों के
नेता के रूप में स्थापित किया गया उनके चार पुत्र भी
उनके जीवनकाल में ही मुगलों से लोहा लेते हुए बलिदान हो गए थे।
वर्ष
1853 में स्वामी रामकृष्ण परमहंस की पत्नी और
आध्यात्मिक संगिनी शारदा देवी का जन्म हुआ था। कहा जाता है कि शारदा देवी को स्वामी
रामकृष्ण परमहंस माता का स्थान देते थे।
22 दिसंबर 1887 तो सुप्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ
श्रीनिवास अयंगर रामानुजन का जन्म हुआ था जिसका उल्लेख हम ऊपर कर चुके हैं।
22
दिसम्बर को हुए निधन
भारत के प्रसिद्ध क्रान्तिकारियों में से एक तारकनाथ दास का जन्म 22
दिसंबर 1958 को हुआ था। वे ब्रिटिश-विरोधी भारतीय क्रांतिकारी और अंतर्राष्ट्रीय विद्वान थे। वे कोलंबिया विश्वविद्यालय में राजनीतिक विज्ञान के
प्रोफेसर थे और साथ ही कई अन्य विश्वविद्यालयों में अतिथि प्रोफेसर के रूप में भी
कार्यरत थे।
22 दिसंबर 1975 को भारतीय सिनेमा जगत के मशहूर संगीतकार वसंत देसाई की दर्दनाक मौत हो गई।
वे एचएमवी स्टूडियो के एक संगीत कार्यक्रम से घर वापस लौटे और अपार्टमेंट की लिफ्ट
में जैसे ही पांव रखा, तकनीकी खराबी के कारण लिफ्ट अचानक चल
पड़ी और वसंत देसाई की जिंदगी का सफर हमेशा के लिए थम गया। उनका संगीत शास्त्रीयता और लोक संगीत का
संगम था। कहते हैं कि फिल्म संगीत में इको साउंड वसंत देसाई की ही देन है।