KOLKATA: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी और बुरी ताकतों के खिलाफ लड़ने का आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखने की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। बनर्जी ने मातृभूमि का सम्मान करने, राज्य के हितों के लिए कार्य करने और जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए दृढ़ विश्वास की अभिव्यक्ति के रूप में एक जनवरी, 1998 को हुए तृणमूल के गठन का महत्व रेखांकित किया।
तृणमूल प्रमुख ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं हमारी पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता और समर्थकों के समर्पण और आत्म-बलिदान का विनम्रतापूर्वक सम्मान करती हूं। आज, तृणमूल परिवार को सभी के प्यार और स्नेह का आशीर्वाद मिला है।’’ बनर्जी ने देश के आम लोगों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “आपके अटूट समर्थन के बल पर हम इस महान लोकतांत्रिक देश में सभी के लिए आवाज उठाते रहेंगे। किसी भी बुरी ताकत के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।’’ हालांकि ममता बनर्जी ने अपने भाषणों और सोशल मीडिया पोस्ट में बार बार बुरी ताकतों की बात कही, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि “बुरी ताकतें” कौन हैं?
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1998 में कांग्रेस से अलग होकर ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस का गठन किया था। पार्टी 2011 में वाम मोर्चा सरकार को हराकर सत्ता में आई थी। पश्चिम बंगाल की राजनीति में हिंसा और तुष्टीकरण का एक प्रमुख चेहरा ममता बनर्जी ने 2016 और 2021 के विधानसभा चुनावों में भी तृणमूल को जीत दिलाई और लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद पर काबिज़ हुईं। एक खास वर्ग के लिए ममता बनर्जी ने बहुसंख्यक हितों को हमेशा दरकिनार रखा। वामपंथियों से सत्ता हासिल करने के बाद उन्होंने बंगाल में वही नीतियां लागू रखीं जिससे पश्चिम बंगाल पिछड़े राज्यों की श्रेणी से बाहर नहीं निकल सका।
वहीं तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस के दिन ही पूर्व मेदिनीपुर जनपद के हल्दिया रघुनाथचक क्षेत्र में एक तृणमूल कार्यालय जलकर राख हो गया। इस मामले में तुरंत आरोप प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई। तृणमूल कांग्रेस ने मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी पर इस अग्निकांड का आरोप लगाया है और प्रकरण भी दर्ज करवाया है। घटना के संबंध में पूर्व मेदिनीपुर युवा तृणमूल अध्यक्ष शेख असगर अली ने कहा, भाजपा कार्यकर्ताओं ने शुवेंदु अधिकारी के आदेश पर ऐसा किया। असगर अली ने धमकी देते हुए कहा कि “अगर 12 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो हम कार्रवाई करेंगे”। हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने तृणमूल कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
TMC office burnt to ashes in haldia