कौशांबी- महेवाघाट थाना क्षेत्र में अलवारा झील के पास से सोमवार को एक युवक को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने युवक के कब्जे से 7 साइबेरियन पक्षी मृत हालत में बरामद किए हैं। युवक पक्षियों का शिकार कर उन्हें बेचने की कोशिश कर रहा था। युवक के मुताबिक एक पक्षी के बदले उसे 125 रुपये की आमदनी होती है। मंझनपुर तहसील के अलवारा गांव में यमुना नदी के जल श्रोत से मिलकर अलवारा झील का निर्माण भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार हुआ है। झील का मुख्य आकर्षण यहां के कमल पुष्प एवं यहां आने वाले विदेशी साइबेरियन पक्षी हैं। अलवारा गांव के किनारे यह क्षेत्र 2250 बीघे में फैला हुआ है।
स्थानीय लोगों के अनुसार साइबेरिया में भीषण ठण्ड से बचने के लिए विदेशी पक्षी हजारों मील की यात्रा कर हर वर्ष के झील के आस पास आकर रहते हैं, यहां इनके लिए अनुकूल वातावरण होता है इसलिए पक्षी सर्दियां ख़त्म होने तक यहीं बने रहते हैं। झील में 2 दर्जन से अधिक विदेशी प्रजाति के पक्षी देशी पक्षियों के साथ रहकर झील की सुन्दरता को चार चाँद लगाते हैं, जिसकी सुरक्षा और संरक्षण की जिम्मेदारी वन विभाग के अधिकारी चौकी बना कर करते हैं। इसके लिए विशेष रूप से वन विभाग के प्रपत्रों में अफसरों एवं वन रक्षकों की ड्यूटी लगती है।
यह भी पढ़ें- MATHURA: मुख्यमंत्री योगी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने देश के पहले बालिका सैन्य विद्यालय का शुभारंभ किया
सोमवार को गांव के सजग नागरिक ने महेवाघाट गांव के एक युवक को संदिग्ध हालत में घूमते देख कर उससे पूछ-ताछ की। मामले संदिग्ध लगने पर ग्रामीणों ने पुलिस को बुलाकर युवक की पहचान एवं तलाशी कराई। तलाशी के दौरान युवक के कब्जे से पुलिस ने 7 साइबेरियन पक्षी मृत हालत में बरामद किए। पकड़े गए आरोपी अरुण कुमार ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उसने किसी अज्ञात व्यक्ति से 125 रुपये की दर से मृत पक्षी शिकार के बाद खरीदे हैं, जिसे वह ले जाकर और अधिक दाम पर बेचेगा। पुलिस की तात्कालिक पूछताछ में युवक ने अपना नाम अरुण कुमार पुत्र राम भवन बताया है।
एडिशनल एसपी अशोक वर्मा ने बताया, सूचना पर पुलिस ने कुछ पक्षियों के साथ युवक को कस्टडी में लिया है। उसके पास से बरामद पक्षियों की पहचान के लिए वन विभाग को अवगत कराया गया है। वन कर्मी या अफसर की तहरीर मिलने पर सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। डीएफओ आरएस यादव ने बताया, पुलिस के जरिये सूचना मिलने पर वन कर्मियों को थाना महेवा घाट भेजा गया है। प्रकरण के सम्बन्ध में तहरीर देकर आरोपियों के विरुद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया जायेगा।