लखनऊ: 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां तीव्र गति से चल रही हैं। इसको लेकर देश भर में उत्सव का माहौल है। देश व विदेश में रहने वाले रामभक्तों के लिए प्राण प्रतिष्ठा का दिन किसी बड़े उत्सव से कम नहीं है। यही वजह है कि कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की बैठक में इस बात का अनुमान लगाया गया है कि राम प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए देश भर में 50 हजार करोड़ का व्यापार होगा।
कैट ने इस बात की जानकारी दी है कि अभी से ही देश भर की बाजारों में पूजा पाठ से जुड़ी विभिन्न सामग्रियों की डिमांड बढ़ रही है। बीते 3 जनवरी को नागपुर में हुई कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया की बैठक में इस बात की जानकारी निकल कर सामने आई है कि प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए मूर्तियों और पूजा सामग्री की डिमांड बढ़ रही है।
यही वजह है कि कैट के पदाधिकारी यह मान कर चल रहे हैं कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह देश में व्यापार का एक बड़ा अवसर है। कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया व राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि राम मंदिर देशवासियों की आस्था का बड़ा केंद्र है। इसलिए छोटे व्यापारियों को इससे अधिक लाभ हो रहा है।
खंडेलवाल बताया कि जैसे जैसे 22 जनवरी समीप आ रही है वैसे-वैसे पूजा पाठ से जुड़ी वस्तुओं की मांग में भी से बढोत्तरी हो रही है। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के प्रतीक के रूप में मंदिर का मॉडल हर कोई अपने घर में रखना चाहता है। इसके अलावा भगवान राम से जुड़े चित्र व अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा, धूपबत्ती, गाय के गोबर के उपले, सुगंधित कप, लोबान, कपूर, कुमकुम, चंदन, रोली, अक्षता, रूई की बनी बत्ती, गंगा जल आदि की खूब बिक्री हो रही है।
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साथ ही पूजा के लिए उपयोग में आने वाले आसन जो जूट, चटाई, दरी व कपड़े आदि से बने होते हैं उनकी भी डिमांड बढ़ रही है। इसके अलावा राम मंदिर चित्र के छपे हुए कुर्ते, कड़ाई वाले कुर्ते, टी शर्ट, कमीज, टोपियां, श्री राम दुपट्टा, गमछा, फल, मिठाई,धार्मिक पुस्तकें, श्री हनुमान चालीसा, आरती संग्रह, माला, लटकन, तुलसी की माला, रुद्राक्ष, श्री राम खड़ाऊँ आदि की बाजार में मांग बढ़ रही है।