मेरठ। बीते 30 दिसंबर को मेरठ
नगर निगम की बोर्ड बैठक में दलित समाज के पार्षदों के पिटने के मामले में मारपीट
प्रकरण का मामला उग्र होता जा रहा है। शनिवार को राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर और
एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दलित समाज व विपक्षी दलों
ने कलक्ट्रेट का घेराव किया। इस दौरान सपा नेता मुकेश सिद्धार्थ ने सोमेंद्र तोमर
की गिरफ्तारी नहीं होने पर उनको जला देने की धमकी दी।
इस मामले में राज्य मंत्री डॉ. सोमेंद्र
और एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज पर बसपा के दलित पार्षद आशीष चौधरी और सपा के दलित
पार्षद कुलदीप उर्फ कीर्ति घोपला के साथ मारपीट का आरोप है। जिसकी वीडियो भी
इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है। सपा द्वारा दलित
पार्षदों के साथ मारपीट के मामले को लेकर मंत्री व एमएलसी की गिरफ्तारी की मांग की
जा रही है, वहीं भाजपा द्वारा पार्टी ने इन पार्षदों पर बीजेपी की दलित महिला
पार्षद रेखा सिंह के साथ अभद्रता करने के आरोप लगायें हैं।
शनिवार को दलित समाज और विपक्षी दलों के
नेताओं ने हजारों लोगों के साथ कलक्ट्रेट को घेर लिया। इस दौरान उत्तर प्रदेश
सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की गई और आरोपित राज्य मंत्री व एमएलसी को
गिरफ्तार करने की मांग की गई है। सपा नेता व पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री
मुकेश सिद्धार्थ ने तो दलितों पर अत्याचार बताते हुए राज्य मंत्री को भी धमकी दे
डाली। मुकेश सिद्धार्थ ने कहा कि मंत्री व एमएलसी द्वारा दलित पार्षदों को
दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया था। इस सम्बंध में दस जनवरी को महापंचायत का आयोजन किया जा
रहा है। जब तक सोमेंद्र तोमर को गिरफ्तार नहीं किया गया और दलितों पर अत्याचार बंद
नहीं हुआ, तो राज्य मंत्री को जलाने, उनका घर फूंकने,
और शहर फूंकने का
निर्णय हो सकता है। पूर्व विधायक
योगेश वर्मा ने कहा कि भाजपा के मंत्री, एमएलसी, पार्षदों ने हमारे पार्षदों को पीटा है। उनके खिलाफ आवाज
उठाने आए हैं। इन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। सरधना विधायक अतुल
प्रधान ने कहा कि अत्याचार भाजपा के गुंडे और मंत्री विधायक कर रहे हैं। हर जगह
इनकी दबंगई चल रही है। दलित समाज पर अत्याचार हो रहा है। दलित समाज पर अत्याचार सहन नहीं किया जाएगा।