West Bengal: पश्चिम बंगाल के
उत्तर 24 परगना जिले में हाल ही में ईडी की टीम पर जानलेवा हमला हुआ था। जिसमें ईडी के कई अधिकारी और केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान घायल हुए
थे। ईडी की टीम टीएमसी नेता शाहजहां शेख के ठिकानों पर छापेमारी करने गई थी। घटना
को कई दिन बीत जाने के बाद अभी तक शाहजहां शेख की गिरफ्तारी नहीं हुई है। वह
अभी तक फरार चल रहा है। जांच में पता चला है कि वह न केवल इलाके
में बाहुबल बल्कि राजनैतिक रसूख से गैरकानूनी कामों को अंजाम देता था।
जिसके चलते उसने अथाह अवैध संपत्ति अर्जित की है।
पिछले वर्ष पश्चिम बंगाल
पंचायत चुनाव के लिए उनके द्वारा दिए गए शपथ-पत्र के अनुसार, भगोड़े तृणमूल कांग्रेसी नेता और ईडी तथा
केंद्रीय पुलिस बल पर सुनियोजित हमले के पीछे प्रमुख मास्टरमाइंड शेख शाहजहां के
पास वाहन, सोने के गहने और
जमीन के रूप में बड़ी संपत्ति है।
पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग के समक्ष दिए गए शपथ-पत्र के अनुसार, शाहजहां की संपत्ति में 17 वाहन, 2.5 करोड़ रुपये के सोने के गहने और 14 एकड़ से अधिक जमीन शामिल है।
जिसका अनुमानित
बाजार मूल्य वर्तमान दर पर चार करोड़ रुपये बताया जा रहा है। शपथ पत्र की घोषणा के अनुसार, उनके नाम पर बैंक में 1.92 करोड़ रुपये जमा
हैं। उसी शपथ पत्र में,
शाहजहां ने अपना पेशा व्यवसाय बताया है। हालांकि कॉलम में यह नहीं बताया गया है कि वह किस प्रकार के
व्यवसाय में है। महत्वपूर्ण बात यह है कि शिक्षा, योग्यता कॉलम के तहत कुछ भी
उल्लेख नहीं किया गया है। हालांकि,
ईडी के अधिकारियों की राय है कि शाहजहां द्वारा शपथ पत्र में उल्लेखित संपत्ति
और संपत्तियों का उल्लेख बहुत कम किया गया है।
सरकारी राशन दुकान के डीलर होने के
अलावा वह उत्तर 24 परगना जनपद के संदेशखाली
क्षेत्र में मशरूम की खेती को नियंत्रित करता है। इसके अलावा, ईडी द्वारा एकत्र की गई जानकारी के
अनुसार, वह अप्रत्यक्ष
रूप से क्षेत्र में संचालित दो ईंट-भट्ठों के स्वामित्व को भी नियंत्रित करता है।
सूत्रों के
मुताबिक दक्षिण कोलकाता के अल्पसंख्यक सघन
इलाके में उसके नाम पर पंजीकृत एक आलीशान फ्लैट के बारे में भी केंद्रीय एजेंसी के
अधिकारियों को जानकारी मिली है।
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