लखनऊ: यूपीपीसीएस यानि उत्तरप्रदेश प्रांतीय सिविल सर्विस में भी श्रीराम मंदिर से संबंधित प्रश्न पूछे जा रहे हैं। उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित यूपीपीसीएस परीक्षा 2023 के तहत 254 पदों पर भर्ती के लिए 12 जनवरी तक इंटरव्यू चलेंगे। इसके लिए 451 अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया गया है। अयोध्या सहित अन्य मुद्दों से जुड़े ज्यादातर सवाल ऐसे रहे, जो अभ्यर्थियों की समझ, उनकी तर्कशक्ति, ज्ञान, सोच, व्यक्तित्व, नेतृत्व और निर्णय लेने की क्षमता को परखने वाले रहे। इन सभी प्रश्नों के साथ साथ श्रीराम मंदिर के इतिहास, वर्तमान और भविष्य से संबंधित प्रश्न भी अभ्यर्थियों से पूछे जा रहे हैं।
अयोध्या में 22 जनवरी को प्रस्तावित श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर पूरा देश राम मय हो गया है। वहीं पीसीएस-2023 के साक्षात्कार भी इससे अछूते नहीं है। सोमवार से शुरू हुए इंटरव्यू के पहले दिन सवालों में भी भगवान श्रीराम से संबंधित प्रश्न छाए रहे। अध्योध्या, श्रीराम और प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर अभ्यर्थियों से कई प्रश्न पूछे गए।
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उल्लेखनीय है कि पीसीएस 2023 परीक्षा के तहत 254 पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए 12 जनवरी तक चलने वाले इंटरव्यू चलेंगे। मुख्य परीक्षा पास कर चुके 451 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया गया है। इंटरव्यू के लिए छह बोर्ड गठित किए गए हैं और पहले दिन 90 अभ्यर्थियों को बुलाया गया। अयोध्या सहित अन्य मुद्दों से जुड़े ज्यादातर सवाल ऐसे रहे, जो अभ्यर्थियों की समझ, उनकी तर्कशक्ति, ज्ञान, सोच, व्यक्तित्व, नेतृत्व और निर्णय लेने की क्षमता को परखने वाले रहे। अभ्यर्थियों से पूछा गया कि पीएम अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे, यह धर्म निरपेक्ष होगा या नहीं? यह भी पूछा गया कि देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए राम मंदिर की क्या भूमिका होगी और पूर्व में बनाए गए मंदिरों की अब तक क्या भूमिका रही है? राम ने सीता को वनवास क्यों भेजा और क्या उनका यह निर्णय सही था? पहले दिन परिस्थिति आधारित सवालों की भी अधिकता रही।