लखनऊ: दशकों तक सत्ताधीशों द्वारा सुनियोजित उपेक्षा का शिकार रही अयोध्या नगरी बीते सात साल से सुव्यवस्थित विकास की भी गवाह बनी है। सड़क, वायु और जलमार्ग के जरिए बेहतरीन कनेक्टिविटी की ओर बढ़ रही राम नगरी में आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में पर्यटकों और तीर्थयात्रियों की आवाजाही होना तय है।
जनपद को जाम के झाम से निजात दिलाने के लिए न सिर्फ सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य तेज गति से किया जा रहा है, बल्कि जगह-जगह मौजूद रेलवे फाटकों पर लगने वाले जाम से भी निजात दिलाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किए जा रहे हैं।
वर्षों से रेलवे क्रॉसिंग पर फाटक बंद होते ही जाम के झाम से कराहने वाली अयोध्या नगरी को इस साल 5 नए आरओबी की सौगात मिलेगी। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी का लोकार्पण किया है। वहीं, 5 और आरओबी बन जाने से अयोध्या 6 नए रेलवे उपरिगामी सेतुओं वाला जनपद बन जाएगा।
एनएच 27 पर आरओबी
अयोध्या में नेशनल हाईवे 27 बाईपास से रामपथ तक रेल समपार संख्या 111 बी पर आरओबी का निर्माण अप्रैल 2022 को शुरू हुआ। इस आरओबी का निर्माण 31 जनवरी तक पूरा किया जाना है। 638.44 मीटर लंबे फोर लेन रेल उपरिगामी सेतु का निर्माण उप्र लोक निर्माण विभाग और भारतीय रेलवे द्वारा किया जा रहा है। इसमें रेलवे भाग की लंबाई 76 मीटर है। वहीं, सेतु के कैरज-वे की चौड़ाई 15 मीटर है। इसके दोनों ओर 5.50 मीटर चौड़ाई में सर्विस रोड का निर्माण भी किया जा रहा है। इसकी लागत 140.63 करोड़ रुपये है।
एनएच 30 पर रेलवे ओवरब्रिज
एनएच-30 पर दर्शन नगर के समीप समपार संख्या 107 ए/2टी पर आरओबी का निर्माण कार्य भी तेज गति से चल रहा है। इस फोर लेन आरओबी की लंबाई 614.11 मीटर है। इसमें रेलवे भाग की लंबाई 52 मीटर है। 97.26 करोड़ की लागत से इस आरओबी का निर्माण कार्य हो रहा है। इस सेतु के कैरेज-वे की चौड़ाई 15 मीटर है, जबकि इसके दोनों तरफ 3.75 मीटर चौड़ाई में सर्विस रोड का निर्माण किया जा रहा है। मई 2022 से शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को भी 30 जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
सूर्यकुंड के पास आरओबी
अयोध्या की रफ्तार को ब्रेक न लगे इसके लिए चौदहकोसी परिक्रमा मार्ग पर सूर्य कुंड के समीप समपार संख्या 105 पर आरओबी का निर्माण हो रहा है। 675 मीटर वाला ये सेतु 2 लेन का होगा। इसमें रेलवे भाग की लंबाई 168 मीटर है, जबकि इसके कैरज-वे की चौड़ाई 7.50 मीटर है।
सेतु के दोनों तरफ 3.75 मीटर चौड़ाई में सर्विस रोड का भी निर्माण किया जा रहा है। इसकी लागत 101.57 करोड़ रुपये हैं, जिसे उप्र लोक निर्माण विभाग एवं भारतीय रेलवे के सहयोग से तैयार किया जा रहा है। मई 2022 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को 29 फरवरी 2024 को पूरा करने का लक्ष्य है।
फतेहगंज आरओबी
अयोध्या-अकबरपुर मार्ग पर फतेजगंज समपार संख्या 118-ए पर भी आरओबी का निर्माण कार्य भी तेज गति से पूरा किया जा रहा है। 793.95 मीटर और 2 लेन वाले इस आरओबी का निर्माण कार्य 31 मार्च तक पूरा किया जाना है। इसमें रेलवे भाग की लंबाई 76 मीटर है, जबकि इसके कैरज-वे की चौड़ाई 7.50 मीटर है। सेतु के दोनों तरफ 3.75 मीटर चौड़ाई में सर्विस रोड का निर्माण कार्य भी हो रहा है। उप्र लोक निर्माण विभाग एवं भारतीय रेलवे द्वारा इसे 80.67 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है।
दर्शन नगर आरओबी
ऐसे ही दर्शन नगर रेलवे स्टेशन के मध्य बाराबंकी-अकबरपुर रेल खंड पर स्थित समपार संख्या 108 ए पर 2 लेन रेल उपरिगामी सेतु का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस सेतु की कुल लंबाई 652.39 मीटर है, जबकि रेलवे भाग की लंबाई 45.40 मीटर है। सेतु के कैरज-वे की चौड़ाई 7.50 मीटर है और इसके दोनों तरफ 3.75 मीटर चौड़ाई में सर्विस रोड का निर्माण भी कराया जा रहा है।
52.30 करोड़ रुपये की लागत से इसका निर्माण उप्र लोक निर्माण विभाग एवं भारतीय रेलवे के सौजन्य से हो रहा है। इस रेल उपरिगामी सेतु को 31 दिसंबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा।
लोकार्पित हो चुका है बड़ी बुआ आरओबी
बीते 30 दिसंबर को ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या दौरे के वक्त पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग संख्या 112 (बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग) पर आरओबी का लोकार्पण किया है। 844.44 मीटर लंबाई वाले इस आरओबी 2 लेन वाला है, जबकि इस सेतु के कैरेज-वे की चौड़ाई 7.50 मीटर है। इसके दोनों तरफ 3.75 मीटर चौड़ाई में सर्विस रोड भी है।
उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग एवं भारतीय रेलवे के सौजन्य से तैयार बड़ी बुआ आरओबी के अलावा पांच और रेलवे उपरिगामी सेतु हैं, जो इस साल क्रियान्वित हो जाएंगे।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देश हैं कि राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में आने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए पूरे जिले में ट्रैफिक व्यवधानों को जल्द से जल्द दूर किया जाए। इसी क्रम में शहर में पार्किंग की भी पुख्ता व्यवस्था की जा रही है। इनमें कौशलेश कुंज में वाहन पार्किंग, टेढ़ी बाजार चौराहा (पूर्वी) वाहन पार्किंग, टेढ़ी बाजार चौराहा (पश्चिम) वाहन पार्किंग, अमानीगंज पार्किंग, कलेक्ट्रेट के निकट स्मार्ट वाहन पार्किंग की सुविधा भी शामिल है।