Ayodhya
News: अयोध्या में भगवान श्रीरामलला
की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अपार खुशी एवं हर्ष का माहौल
है। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही है। 500 वर्षों
के कठोर संघर्षों के बाद 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम अपने मंदिर में विराजमान होने जा
हैं। जिसके चलते देश के विभिन्न भागों से लोग राममंदिर के लिए उपहार भेज रहे हैं।
इस मौके पर गुजरात से एक विशेष प्रकार के रथ से 500 किलो का विशाल नगाड़ा रामनगरी अयोध्या पहुंचा है। जिसे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री
चंपत राय ने स्वीकार किया है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि इसे उचित स्थान पर
स्थापित किया जाएगा। वही गुजरात के विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्र मंत्री अशोक रावल ने
पत्र भेजकर नगाड़ा स्वीकार करने की
संस्तुति की है।
सोने-चांदी की चढ़ी है परत-
नगाड़ा लेकर अयोध्या आए चिराग पटेल ने बताया कि इस पर सोने और
चांदी की विशेष परत चढ़ाई गई है। ढांचे
में लोहे और तांबे की प्लेट का भी इस्तेमाल किया गया है। इसका निर्माण डबगर समाज
के लोगों ने किया है। राम मंदिर में स्थापित करने के लिए हिंदू संस्कृति के प्रतीक
इस विशाल नगाड़ें का
निर्माण कर्णावती महानगर के दरियापुर विस्तार में किया गया है।
वही दूसरी ओर नेपाल के भक्तपुर में शिल्पकार अष्टधातु से भगवान श्रीराम के दिव्य धनुष का निर्माण कर रहे हैं। यह धनुष देखने में बेहद सुंदर एवं अलौकिक होगा। 20 वर्ष की आयु में भगवान राम का धनुष कैसा रहा होगा यह कल्पना कर इस धनुष को बनाया जा रहा है। यह धनुष एक वर्ष बाद अयोध्या आएगा। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल के गर्भगृह पर जहां राम दरबार स्थापित होगा, वहीं पर इस धनुष को रखा जाएगा।
देखने में विशाल इस दिव्य धनुष को दो लोग उठाकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर रख सकते हैं। धनुष बनाने की अनुमति श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और भारत सरकार की ओर से नेपाल सरकार को मिल चुकी है।