पाकिस्तान में फिर महंगा हुआ प्याज़
पाकिस्तान में पिछले कुछ समय में प्याज की कीमतों में असाधारण वृद्धि हुई है। पाकिस्तान पहले से गरीबी और महंगाई की मार झेल रहा है, ऐसे में प्याज की बढ़ती कीमतों ने लोगों का स्वाद बिगाड़ दिया है। प्याज़ की मूल्य वृद्धि में स्थानीय तौर पर इसकी सप्लाई में कोई रुकावट नहीं है क्योंकि प्याज़ के व्यापार से जुड़े लोगों के अनुसार खेत से मंडी तक इसकी सप्लाई पहले की तरह ही है। लेकिन भारत की ओर से प्याज के निर्यात पर लगाई गई रोक इसका प्रमुख कारण है और भारत ने यह रोक घरेलू बाज़ार में प्याज की कीमतें बढ़ने से रोकने के लिए लगाई है।
भारत से प्याज के निर्यात पर रोक लगने से पाकिस्तान में प्याज की कीमतें बढ़ जाती हैं। यदि इस समय की बात करें तो पाकिस्तान में पिछले एक महीने में प्याज 150 रुपए किलो (लगभग 45 भारतीय रुपए) प्रति किलो से बढ़कर कुछ शहरों में 270 रुपए ( करीब 80 भारतीय रुपए) प्रति किलो तक हो चुकी है।
भारत की ओर से 8 दिसंबर 2023 को प्याज़ के निर्यात पर पाबंदी लगा दी गई थी। भारत की ओर से प्याज़ के निर्यात पर रोक लगाने का सीधा कारण था अपने घरेलू बाजार में प्याज की कीमतों को बढ़ने से रोकना जिससे स्थानीय उपभोक्ताओं के लिए कम कीमत पर प्याज उपलब्ध कराया जा सके।
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हालांकि पाकिस्तान भारत से प्याज आयात नहीं करता लेकिन इस पाबंदी ने पाकिस्तान में भी प्याज़ की कीमतों को प्रभावित किया है। ऑल पाकिस्तान फ़्रूट्स एंड वेजिटेबल एक्सपोर्टर्स, इंपोर्टर्स एंड मर्चेंट्स एसोसिएशन के मुख्य संरक्षक अब्दुल वहीद अहमद ने बताया कि भारत से प्याज़ के निर्यात पर पाबंदी के कारण पाकिस्तानी निर्यातकों को दुनिया के विभिन्न देशों से प्याज के बड़े ऑर्डर्स मिले हैं। उन्होंने कहा कि क्योंकि विदेशी मंडियों में प्याज़ की ज़रूरत है तो भारत से प्याज़ की सप्लाई बंद होने के बाद उन्होंने पाकिस्तान से प्याज लेना शुरू कर दिया। और इस तरह पाकिस्तान में प्याज की कीमतें तेजी से बढ़ने लगीं।
एक फल और सब्ज़ी निर्यातक ने बताया कि जब भारत की ओर से पाबंदी लगाई गई थी तो उस समय स्थानीय थोक बाज़ार में एक मन प्याज की कीमत छह हज़ार से साढ़े छह हज़ार रुपये के बीच थी जो पिछले एक महीने में बढ़कर नौ हज़ार रुपये प्रति मन से भी ऊपर चली गई है। पाकिस्तान में सांख्यिकी संस्था की ओर से खाद्य पदार्थों की साप्ताहिक क़ीमतों के आंकड़े लिए जाते हैं और इस आधार पर महंगाई की दर तय की जाती है। सांख्यिकी संस्था की ओर से प्याज़ के दाम के आंकड़े बताते हैं कि जब भारत की ओर से प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगाई गई थी तो उस समय पाकिस्तान में एक किलो प्याज की औसत कीमत 150 रुपए के आस पास थी।
यह कीमतें पाकिस्तान के विभिन्न शहरों की कीमतों का औसत है। लेकिन एक महीने के बाद देश में प्याज़ की औसत क़ीमत 220 रुपए तक चली गई जबकि देश के कुछ हिस्सों में इसकी क़ीमत 270 रुपए प्रति किलो या उससे भी ऊपर है। जानकारों का कहना है कि बलूचिस्तान की फसल समाप्त हो चुकी है और सिंध से सप्लाई की जा रही है। जब यह फसल भी खत्म हो जाएगी तो पाकिस्तान में प्याज की कीमतें और भी बढ़ेंगी।