सोलापुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार से तीन राज्यों के दौरे पर हैं। 19 जनवरी से प्रधानमंत्री मोदी महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वह विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इसी क्रम में आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के सोलापुर पहुंचे। यहां उन्होंने ने लगभग 2,000 करोड़ की लागत से AMRUT 2.0 योजना का शिलान्यास किया।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा को भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने 11 दिन के अनुष्ठान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले कुछ संतों के मार्गदर्शन में मैं अपने अनुष्ठान के नियमों का कठोरता से पालन कर रहा हूं। प्रधानमंत्री ने कहा, ये अद्भुत संयोग है कि मेरे अनुष्ठान की शुरुआत नासिक के पंचवटी की पवित्र भूमि से हुई।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के कुछ लाभार्थियों को मिले पक्के आवास की चाबी भी सौंपी। इसको लेकर उन्होंने कहा कि राम भक्ति से भरे इस वातावरण में आज महाराष्ट्र के एक लाख से ज्यादा परिवारों का गृह प्रवेश हो रहा है। महाराष्ट्र के ये एक लाख से अधिक परिवार भी 22 जनवरी को अपने पक्के घर में शाम को राम ज्योति प्रज्वलित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे प्रसंन्नता है कि सोलापुर के हजारों गरीबों और मजदूर साथियों के लिए हमने जो संकल्प लिया था, वह आज पूरा हो रहा है। आज पीएम आवास योजना के तहत बनी देश की सबसे बड़ी सोसाइटी का लोकार्पण हुआ है। मैं आज इस सोसाइटी को देखकर आया और सोचा काश… मुझे भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता। यह कहते हुए प्रधानमंत्री मोदी भावुक भी हो गए।
रामराज्य पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पहले दिन से प्रयास कर रही है कि श्रीराम के आदर्शों पर चलें। जिससे देश में सुशासन और ईमानदारी का राज हो। ये रामराज्य ही है जिसने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की प्रेरणा दी है।
यह भी पढ़ें: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम मोदी ने जारी किए डाक टिकट, 48 पन्नों की पुस्तक में 20 देशों के टिकट शामिल
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, हमारे देश में लंबे समय तक गरीबी हटाओ के नारे लगते रहे। लेकिन गरीबी नहीं हटी। गरीबों के नाम पर योजनाएं तो बनाई जाती थीं। लेकिन, उनका लाभ गरीबों को नहीं मिलता था। गरीब के हक का पैसा बिचौलिया लूट लेते थे। पहले की सरकारों की नीति, नीयत और निष्ठा कठघरे में थी। हमारी नीयत साफ है और नीति गरीबों को सशक्त करने की है।