लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं। इस दौरान वह अपने कार्यालय द्वारा निर्धारित कार्यों से समय निकालकर देश के विभिन्न राज्यों के उन मंदिरों में भी जा रहे हैं जिनका संबंध भगवान राम से है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मोदी अगले दो दिन 20 व 21 जनवरी को तमिलनाडु के दौरे पर रहेंगे।
प्रधानमंत्री 20 जनवरी को तमिलनाडु पहुंचेंगे। यहां वह कई महत्वपूर्ण मंदिरों में दर्शन और पूजन करेंगे। 20 जनवरी को प्रधानमंत्री प्रात: 11 बजे तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में स्थित श्री रंगनाथस्वामी मंदिर पहुंचेंगे। इस मंदिर में वह विद्वानों से कम्ब रामायणम का पाठ सुनेंगे।
रंगनाथस्वामी मंदिर में प्रधानमंत्री लगभग 2 बजे तक रूकेंगे। फिर वह यहां से रामेश्वरम जाएंगे। यहां प्रधानमंत्री श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। पूजन करने के बाद वह आठ विभिन्न भाषाओं की मंडलियों द्वारा श्री राम की अयोध्या वापसी का प्रसंग सुनेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री इसी मंदिर में भजन संध्या कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।
वहीं, 21 जनवरी को प्रधानमंत्री धनुषकोडी के प्रसिद्ध कोठंडारामस्वामी मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है। कोठंडाराम नाम का हिंदी अर्थ है ‘धनुषधारी राम’। मान्यता है कि विभीषण यहीं पर पहली बार भगवान राम से मिले थे। फिर भगवान राम ने यहीं पर विभीषण का राज्याभिषेक भी किया था। धनुषकोडी से निकल कर प्रधानमंत्री अरिचल मुनाई जाएंगे। कहा जाता है कि अरिचल मुनाई वही स्थल है जहां राम सेतु का निर्माण हुआ था।
आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध लेपाक्षी मंदिर भी पहुंचे थे प्रधानमंत्री मोदी
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध ‘लेपाक्षी मंदिर भी पहुंचे थे। यहां उन्होंने दर्शन करने के बाद महाकाव्य रंगनाथ रामायण के छंद भी सुने थे। वाल्मिकी रामायण के अनुसार इसी स्थान पर भगवान राम की भेंट घायल जटायु से हुई थी। जटायु ने माता सीता का हरण करके ले जा रहे रावण से युद्ध किया था, जिसमें वह घायल हो गए थे। प्रधानमंत्री केरल के गुरुवयूर और त्रिप्रयार श्री रामास्वामी मंदिर में दर्शन-पूजन करने जा चुके हैं।