गुवाहाटी: भारत जोड़ो यात्रा फ्लॉप होने के बाद, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। लेकिन, राहुल गांधी की यह यात्रा विवादों से घिरी हुई है। न्याय यात्रा में नया बवाल असम की राजधानी गुवाहाटी से सामने आया है। यहां राहुल गांधी की इस यात्रा को एक रास्ते से गुवाहाटी शहर में प्रवेश करने की अनुमति पुलिस ने नहीं दी थी।
पुलिस का कहना है कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए, मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। इसी के चलते न्याय यात्रा को इस रास्ते से शहर के अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा सकती। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता उसी रास्ते से शहर के अंदर प्रवेश करने की जिद पर अड़े रहे। पुलिस उस रास्ते पर जाने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोक रही थी। रोके जाने पर कांग्रेसियों ने जमकर उत्पात मचाया।
इस दौरान पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग को कांग्रेसियों ने तोड़ डाला। जब कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया गया तो कांग्रेसियों ने पुलिस के साथ जमकर हाथापाई भी की। जिसके बाद पुलिस ने लाठियों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। इस दौरान राहुल गांधी बस के ऊपर खड़े रहे।
वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बैरिकेडिंग तोड़ने बाद असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर एक पोस्ट लिखी है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि
ये असमिया संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं। हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं। ऐसी “नक्सली रणनीति” हमारी संस्कृति से पूरी तरह अलग हैं। मैंने असम पुलिस डीजीपी को निर्देश दिया है कि राहुल गांधी के खिलाफ भीड़ को भड़काने का मामला दर्ज किया जाए।
उन्होंने आगे लिखा भीड़ को भड़काने के लिए राहुल गांधी के खिलाफ वीडियो फुटेज के रूप में पर्याप्त साक्ष्य हैं। मुख्यमंत्री सरमा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस अनियंत्रित व्यवहार के परिणामस्वरूप अब गुवाहाटी में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम हो गया है।