लखनऊ: 2024 का लोकसभा चुनाव समीप आ रहा है। इसको देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की स्थित पहले की अपेक्षा कमजोर दिख रही है। इसी को देखते हुए हर राजनीतिक दल की नजर मायावती के कोर वोट बैंक माने जाने वाले दलित समुदाय पर है। यही वजह है कि नेता दलित वोट बैंक को लुभाने के लिए हर तरह के प्रयास कर रहे हैं। ताकि दलित मतदाता उनके पक्ष में वोट करें।
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इसी क्रम में आज सोमवार को केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के अध्यक्ष रामदास आठवले लखनऊ पहुंचे। यहां उन्होंने पत्रकारों से वार्ता की। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने नाराज बसपा नेताओं को अपनी पार्टी में आमंत्रित करते हुए कहा कि वह हमारे दल में आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर बसपा अध्यक्ष मायावती हमारे साथ आएं तो उनका भी स्वागत है। मायावती को आरपीआई का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना देंगे।
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने आगे कहा कि संविधान पर सवाल उठाना बाबा साहब का अपमान है। बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के सिद्धांत को आगे बढ़ाना है तो बसपा के नेताओं को आरपीआई में शामिल होना चाहिए। आरपीआई बसपा नेताओं के लिए बेहतर विकल्प बनेगी। अठावले ने कहा कि आईएनडीआईए गठबंधन में सब टूट रहे हैं। बिहार में नीतीश कुमार का निर्णय सही है। बंगाल में ममता अकेले चुनाव लड़ेंगी, हर जगह गठबंधन टूट रहा है।
उन्होंने कहा कि आरपीआई ने महाराष्ट्र में एनडीए गठबंधन से दो सीटें मांगी हैं। शिरडी लोकसभा सीट पर हमारी पूरी तैयारी है। उत्तर प्रदेश में भी अगर लोकसभा चुनाव में उन्हें सीट मिलती है तो निश्चित ही उस सीट पर आरपीआई जीत दर्ज करेगी।