प्रमुख कारोबारी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने अंतरिम बजट में खुदरा व्यापार एवं लघु उद्योगों सहित अर्थव्यवस्था के अन्य सेक्टरों में वृद्धि के लिए मजबूत नीतियों की घोषणा होने की उम्मीद जताई है। CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने अपने बयान में कहा कि इस बार अंतरिम बजट में आर्थिक विकास पर जोर दिए जाने की उम्मीद है।
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CAIT महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि व्यापारियों को कारोबार के लिए कर सुधार और प्रोत्साहन के माध्यम से खुदरा व्यापार को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कारोबारियों को उम्मीद है कि अंतरिम बजट में ऐसे कदम उठाए जाएंगे,, जो उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देने, व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए एक सकारात्मक वातावरण पैदा करने में सहायक हो।
खंडेलवाल ने आगे कहा कि देश का बुनियादी ढांचा,, विकास का मुख्य क्षेत्र है। इसकी वजह से ये सीधे तौर पर लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि व्यापारिक समुदाय इसीलिए इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में अधिक धन का आवंटन करने की उम्मीद करता है, ताकि परिवहन को संघटित कर, लागतों को कम करते हुए देश की कुल व्यापारिक क्षमता को बढ़ावा दिया जा सके।
CAIT महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए व्यापारियों ने सरकार से ऐसी नीतियों की उम्मीद जताई है, जो भारत को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मजबूती दे। उन्होंने कहा कि व्यापार मित्र नीति, व्यापार समस्याओं का समाधान करने के लिए राजनयिक प्रयास और उभरते बाजारों का शीघ्रता से उपयोग करने के लिए रणनीतिक पहलुओं की चर्चा भी बजट में होने की संभावना दिखाई देती है।
खंडेलवाल ने कहा कि कारोबारियों को इसके अलावा ई-कॉमर्स नियमों और डिजिटल व्यापार नीतियों पर स्पष्टता का इंतजार है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के बढ़ते महत्व के साथ व्यापारिक समुदाय संतुलित प्रतिस्पर्धा के साथ वृद्धि के अवसरों को बनाए रखने के लिए एक विनियमन ढांचा चाहता है, जिसकी घोषणा अंतरिम बजट में होनी चाहिए।
खंडेलवाल ने कहा कि व्यापार में तकनीक की भूमिका को कम नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि तकनीक को एकीकृत करना व्यापार प्रक्रियाओं को सुगम बना सकता है, पेपरवर्क को कम कर सकता है और कारोबार करने की सामान्य सुविधा को बढ़ाया जा सकता है।