सरकार ने 16वें वित्त आयोग के 4 सदस्यों की नियुक्ति कर दी है। इनमें पूर्व व्यय सचिव अजय नारायण झा, पूर्व विशेष व्यय सचिव एनी जॉर्ज मैथ्यू, कार्यकारी निदेशक अर्था ग्लोबल डॉ. निरंजन राजाध्यक्ष और स्टेट बैंक ग्रुप के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष के नाम शामिल हैं।
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वित्त मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी अधिसूचना के अनुसार नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया की अध्यक्षता वाले इस 16वें वित्त आयोग में 4 सदस्य होंगे। इनकी सहायता सचिव ऋत्विक रंजनम पांडे के अलावा दो संयुक्त सचिव और एक आर्थिक सलाहकार करेंगे।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक अजय नारायण झा पिछले 15वें वित्त आयोग में भी सदस्य रहे थे। अजय नारायण झा के अलावा रिटायर्ड अधिकारी एनी जॉर्ज मैथ्यू और अर्थ ग्लोबल के कार्यकारी निदेशक निरंजन राजाध्यक्ष को 16वें वित्त आयोग के पूर्णकालिक सदस्य के तौर पर नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही सौम्या कांति घोष को अंशकालिक सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है।
अधिसूचना के अनुसार 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष और अन्य सदस्य अपना कार्यभार संभालने की तिथि से लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने की तिथि या 31 अक्टूबर 2025 (जो भी पहले हो) तक अपने पद पर बने रहेंगे। दरअसल वित्त आयोग एक संवैधानिक बॉडी है, जिसका काम केंद्र और राज्यों के बीच के वित्तीय संबंधों पर सुझाव देना है।
कब हुआ 16वें वित्त आयोग का गठन
बता दें कि सरकार ने 31 दिसंबर 2023 को अरविंद पनगढ़िया की अध्यक्षता में 16वें वित्त आयोग का गठन किया था। ये वित्त आयोग 31 अक्टूबर 2025 तक अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपेगा। रिपोर्ट एक अप्रैल 2026 से लेकर पांच साल की अवधि तक के लिए रहेगी। वित्त आयोग केंद्र और राज्यों के बीच टैक्स के बंटवारे और रेवेन्यू को बढ़ाने के उपायों का सुझाव देगी। इसके अलावा आयोग डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत फाइनेंसिंग डिजास्टर मैनेजमेंट की पहल को लेकर किए गए इंतजाम की समीक्षा भी करेगा।