Lucknow news: उत्तर प्रदेश की सरकार इस बार 5 फरवरी को वर्ष 2024-25 का बजट में पेश करने वाली है। विधानमंडल का बजट सत्र 2 फरवरी से शुरू होगा जो 12 फरवरी तक चलेगा। इस बजट का आकार लगभग 7.50 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है। बजट सत्र को मद्देनजर रखते हुए विधानसभा और विधान परिषद सचिवालय ने शनिवार को सत्र बुलाने की अधिसूचना भी जारी कर दी है। आने वाली 10 फरवरी को विधानसभा में बजट सत्र को मंजूरी दी जाएगी।
खर्च संतुलन के प्रयास में योगी सरकार
जानकारी के अनुसार, योगी सरकार-2.0 का दूसरा बजट खर्चों में कटौती और कमाई पर ज्यादा फोकस होगा। जहां राजकोषीय घाटा और उधारी का बोझ हल्का होगा। फिर भी, राजकोषीय घाटे में भारी वृद्धि का अनुमान लगाया जा रहा है। वित्त वर्ष 23-24 में राजकोषीय घाटा 174 फीसदी का अनुमान है जो नए वित्त वर्ष 24-25 में बढ़कर 186 फीसदी तक होगा।
उत्तर प्रदेश के बजट सत्र में आय और खर्च का संतुलन बेहतर हो, यहीं योगी सरकार का प्रयास रहेगा।
बजट सत्र में बचत पर रहेगा फोकस
आगामी वित्त वर्ष में राज्य का स्वयं का कर राजस्व 10.8 फीसदी रह सकता है। तो उत्तर राजस्व 0.9 फीसदी रहेगा। वहीं बचत पर जोर देते हुए राजस्व बचत वर्तमान वित्त वर्ष की तुलना में आगामी वित्त वर्ष में कहीं ज्यादा होगा। जिसे 2.8 फीसदी से बढ़ाकर 3 फीसदी तक करने का अनुमान लगाया जा रहा है। फिलहाल, राजकोषीय घाटे में कमी का लक्ष्य रखा गया है। जिसे 3.24 फीसदी पर लाने के लिए प्रयास रहेगा।
बता दें कि इस साल का पहला विधानमंडल सत्र होने की वजह से बजट सत्र की शुरूआत 2 फरवरी से शुरू हो रहा है। जो उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के अभिभाषण से शुरू होगा। वहीं, इस बार शनिवार को भी सदन की कार्यवाही होगी। ऐसे में 3 फरवरी को शाहजहांपुर के ददरौल क्षेत्र के निवासी बीजेपी विधायक मानवेंद्र सिंह के निधन के चलते कार्यवाही स्थगित रहेगी।