लखनऊ: राहुल गांधी की न्याय यात्रा में सपा प्रमुख अखिलेश यादव उपस्थित रहेंगे। उन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और रायबरेली या अमेठी में से किसी एक स्थान पर यात्रा में शामिल होने की सहमति दी है। पूर्वोत्तर भारत से प्रारंभ हुई राहुल गांधी की न्याय यात्रा प्रारंभ से ही विवादों में रही है। पहले असम में विवाद हुआ। उसके बाद यात्रा पश्चिम बंगाल पहुंची तो ममता बनर्जी ने राहुल गांधी पर हमला बोला। यात्रा के बिहार पहुंचने से पहले ही नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन का साथ छोड़ चुके हैं।
झारखंड और बिहार होते हुए राहुल गांधी की चुनावी यात्रा उत्तर प्रदेश की सीमा में 14 फरवरी को प्रवेश करेगी। इस दौरान सपा के मुखिया अखिलेश यादव भी राहुल गांधी के साथ नजर आएंगे। इसको लेकर अखिलेश यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखा है। इस पत्र में जानकारी दी गई है कि वह न्याय यात्रा में रायबरेली व अमेठी में शामिल होंगे।
भाजपा ने साधा निशाना
सपा अध्यक्ष के न्याय यात्रा में शामिल होने पर भाजपा ने विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधा है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि ‘यह न्याय यात्रा नहीं बल्कि अन्याय यात्रा है। अखिलेश यादव कई बार असफल हो चुके हैं और जनता ने भी उन्हें नकार दिया है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का कोई अस्तित्व नहीं है।
वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार करने पर यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। जनता अखिलेश यादव पर विश्वास नहीं करती। उनके पास देने के लिए कुछ भी नहीं है।
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कांग्रेस और सपा में तनातनी
सपा और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर तल्खी बढ़ी हुई है। अखिलेश यादव ने अपनी तरफ से कांग्रेस को यूपी में चुनाव लड़ने के लिए 11 सीटें दी हैं। कांग्रेस पार्टी ने अखिलेश के इस निर्णय को एक तरफ बताया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा था कि अभी केंद्रीय नेतृत्व की ओर से सीट शेयरिंग को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।