लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित आनंद आश्रम में घटित हुई घटना इन दिनों देश भर में चर्चा का विषय बनी हुई है। यहां रहने वाली साध्वी गुरु मां आशुतोषाम्वरी ने बीते 28 जनवरी को यह कहते हुए समाधि ले ली, कि वह अपने गुरु के शरीर में प्राण लाने के लिए जा रही हैं। जब तक गुरु के शरीर में प्राण ना आ जाए तब तक मेरे शरीर को सुरक्षित रखा जाए।
समाधि लेने से पहले साध्वी आशुतोषाम्वरी ने अपने भक्तों के लिए एक वीडियो भी बनाया। जिसमें वह यह करती हुई देखी जा सकती हैं कि वह अपने गुरु ज्योति जागृति संस्थान के संस्थापक आशुतोष महाराज को उनके शरीर में वापस लाने के लिए समाधि ले रही हैं।
इस मामले पर जानकारी देते हुए आनंद आश्रम के प्रवक्ता महामंडलेश्वर बाबा महादेव ने बताया कि 28 जनवरी को प्रात: 4:33 बजे गुरु मां ने समाधि ली। बाबा महादेव ने बताया कि समाधि लेने से पूर्व गुरु मां ने यह बताया था कि वह अपने गुरु के शरीर में प्राण वापस लाने के लिए समाधि ले रही हैं। जब तक गुरु के शरीर में प्राण वापस नहीं आते, तब तक उनके शरीर को सुरक्षित रखा जाए। महामंडलेश्वर ने बताया कि उनके शरीर को सुरक्षित रखने के लिए कोई कानूनी अड़चन न आए इसके लिए उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका डाल कर कोर्ट से अनुमति मांगी है। महादेव बाबा का कहना है कि आगे जो भी कोर्ट का आदेश होगा हम उसका पालन करेंगे।
साध्वी के शरीर का परीक्षण करने पहुंची मेडिकल टीम भी रह गई हैरान
आश्रम के प्रवक्ता महादेव बाबा के अनुसार, गुरु मां के शरीर का परीक्षण करने मेडिकल टीम पहुंची थी। मेडिकल टीम ने जब मसीनों से स्वास्थ्य परीक्षण किया तो, गुरु मां के शरीर में पल्स और उनकी श्वास बंद पाई गई। लेकिन, ईसीजी के माध्यम से उनके शरीर में दिव्य चेतना होने की पुष्टि हुई है। जिसको देख कर मेडिकल टीम भी हैरान रह गई। हालांकि, इस घटना के बाद लोग सवाल उठा रहे हैं और वैज्ञानिक जांच करने की मांग कर रहे हैं।
कौन हैं आशुतोष महाराज जिनके लिए साध्वी ने ली समाधि
लोगों को यह जानने की उत्सुकता हो रही है कि आखिर आशुतोश महाराज कौन हैं, जिनके शरीर में प्राण लाने के लिए साध्वी आशुतोषाम्वरी ने समाधि ली है। उल्लेखनीय है कि 28 जनवरी 2014 को ज्योति जागृति संस्थान के संस्थापक आशुतोष महाराज ने समाधि ली थी। समाधि लेने से पहले उन्होंने अपने शिष्यों से कहा था कि वह अपने शरीर में फिर लौट कर आएंगे। आशुतोष महाराज का शरीर आज भी पंजाब राज्य के जालंधर के नूर महल में डीप फ्रीजर में सुरक्षित रखा है। हालांकि, मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार उनका निधन हो चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ज्योति जागृति संस्थान के पंजाब में 60 और देश भर में 350 आश्रम हैं। आशुतोष महाराज के नाम से आश्रम अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में हैं। इस आश्रमों को कीमत करोड़ों में आंकी जाती है।