गांधीनगर: घाटकोपर, मुंबई निवासी मुफ्ती सलमान अज़हरी के खिलाफ भड़काऊ भाषण को लेकर अपराध का तीसरा मामला दर्ज किया गया है। गुजरात में सलमान अज़हरी के खिलाफ यह तीसरा मामला है। यह तीसरा मामला पिछले साल 24 दिसंबर को मुफ्ती के भाषण को लेकर अरवल्ली जिले में दर्ज किया गया है। मोडासा में मुफ्ती के अलावा अन्य लोगों पर भी पर भी एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मुफ्ती के खिलाफ पहले दो मामले गुजरात के जूनागढ़ और कच्छ में दर्ज किए गए थे। जूनागढ़ मामले में गिरफ्तारी के बाद मुफ्ती को एक दिन की रिमांड पर भेजा गया था। वहीं, कच्छ मामले में गिरफ्तारी के बाद वह फिलहाल 3 दिन की रिमांड पर है।
अब लगभय यह तय माना जा रहा है कि कच्छ मामले में जमानत मिलने के बाद पुलिस उन्हें अरवल्ली मामले में गिरफ्तार करेगी। इस बीच गुजरात पुलिस का आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) मुफ्ती सलमान अज़हर द्वारा संचालित तीनों ट्रस्टों की फंडिंग की भी जांच कर रहा है।
यह भी पढ़ें: हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलने वाले मौलाना अजहरी को गुजरात ATS ने मुंबई से उठाया, मिली दो दिनों की ट्रांजिट रिमांड
मुफ्ती को गुजरात पुलिस ने मुंबई में उनके घाटकोपर स्थित आवास से उठाया था, तब उनके समर्थकों ने सड़क अवरुद्ध कर दी थी और बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिस स्टेशन में जमा हो गए थे। घर से उठाए जाने के कुछ घंटे बाद गुजरात एटीएस के जवान मुफ्ती को लेकर जूनागढ़ के लिए रवाना हुए थे।
मुफ्ती सलमान अजहरी की मुश्किलें तब बढ़ना प्रारंभ हुई थीं जब उसने 31 जनवरी को जूनागढ़ में एक मजहबी आयोजन में भड़काऊ भाषण दिया था। जिसके बाद मौलाना के भड़काऊ भाषण की एक क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। जिसमें वह हिंदुओं के खिलाफ जहर उगल रहा था। वीडियो वायरल होने के बाद से मौलाना को गिरफ्तार करने की मांग उठ रही थी।