Moradabad News– यूपी
के मुरादाबाद जिले में सिविल लाइंस पुलिस ने जनपद संभल निवासी व्यक्ति की शिकायत
पर फर्जी उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र बनवाने के आरोप में एक ही परिवार के 5
लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी में अभियोग पंजीकृत किया है। पुलिस का कहना है
कि विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके
आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
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17 दिसंबर 2018 को किया था कागजों में हेरफेर
उत्तर
प्रदेश के जनपद संभल के नया बाजार बहजोई निवासी देवेश कुमार ने बीते दिनों
मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया था। जिसमें कहा गया था कि
कटघर के मोहल्ला गाड़ी खाना में गीता सिंह राठौर का परिवार रहता है। आरोप है कि
गीता सिंह ने अपने बेटे अनुकूल सिंह, बेटी शिखा सिंह, सृष्टि सिंह और श्वेता सिंह के साथ
मिलकर कागजों में हेरफेर करके सदर तहसील से 17
दिसंबर 2018 को फर्जी उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र जारी करा लिया। इसमें आरोपी गीता सिंह
ने अपनी विवाहित बेटी सृष्टि सिंह को अविवाहित दर्शाया। देवेश कुमार के अनुसार बाद
में आरोपियों ने इस फर्जी उत्तराधिकारी
प्रमाण पत्र को
विभिन्न न्यायालयों में अनुचित लाभ के लिए लगाया।
फर्जीवाड़ा
खुलने पर भी पुलिस ने नही लिखी FIR
इस
मामले को लेकर देवेश कुमार ने राज्यपाल से शिकायत की थी। राज्यपाल के आदेश के बाद एडीएम
सिटी ने मामले की जांच के बाद प्रमाणपत्र निरस्त करने का आदेश दिया था। जिसके बाद
तत्कालीन एसडीएम सदर प्रशांत तिवारी ने 21
जून 2021 को स्वर्गीय गुलाब सिंह राठौर का प्रमाणपत्र
निरस्त कर दिया, लेकिन आरोपियों पर कोई भी अभियोग
पंजीकृत नहीं किया गया था। इसकी शिकायत देवेश कुमार ने मुरादाबाद के एसएसपी हेमराज
मीणा से की थी। इसके बाद एसएसपी ने संबंधित थाना पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के
आदेश दिए।
थाना
सिविल लाइन एसएचओ आरपी शर्मा ने बताया कि मामले में एसएसपी के आदेश के बाद सोमवार
को तहरीर के आधार पर पांच नामजद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का केस दर्ज
कर लिया और जांच शुरू कर दी है। विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की
जाएगी।