रायबरेली: बुधवार को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने राज्यसभा चुनाव के लिए राजस्थान से अपना नामांकन दाखिल किया। वर्तमान में रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से सांसद सोनिया गांधी के इस फैसले से यह स्पष्ट हो चुका है कि वह अब लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी।
सोनिया गांधी ने रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से अपना पहला चुनाव 2004 में लड़ा था। तब से लेकर अब तक (2024) वह रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से ही सांसद हैं। वर्ष 1999 में उन्होंने पहली बार अमेठी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जाता था। फिर अमेठी की सीट उन्होंने अपने पुत्र राहुल गांधी के लिए छोड़ दी थी।
सोनिया गांधी से पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी लंबे समय तक रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहीं। 2019 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सोनिया गांधी ने रायबरेली आना जाना बहुत कम कर दिया। तभी से यह संभावना जताई जा रही थी कि उनका रायबरेली से यह आखिरी लोकसभा चुनाव हो सकता है। सोनिया गांधी लंबे समय से रायबरेली नहीं पहुंचीं हैं, जिसके चलते वहां के लोगों में उनके प्रति नाराजागी भी देखी जा रही थी।
हालांकि, रायबरेली सीट गांधी परिवार के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाती है। प्रियंका गांधी वाड्रा की सक्रियता से इस बात की अटकलें लगने लगी हैं कि वह इस बार रायबरेली से वह चुनाव लड़ेंगी।
रायबरेली लोकसभा सीट का इतिहास
रायबरेली सीट से पहली बार वर्ष 1952 के चुनाव में सोनिया गांधी के ससुर फ़िरोज गांधी ने चुनाव लड़ा और जीता। उन्होंने दो बार 1952 व 1957 के लोकसभा चुनाव में यहां से जीत दर्ज की। इसके बाद इंदिरा गांधी यहां से 1967, 1971 और 1980 के लोकसभा चुनावों में विजयी रहीं। रायबरेली में गांधी परिवार से चुनाव लड़ने और जीतने का सिलसिला आगे भी चलता रहा। वर्ष 1980 एवं 1984 में अरुण नेहरू ने चुनाव जीता। गांधी परिवार की ही शीला कौल 1989 एवं 1991 में रायबरेली से सांसद रहीं। वर्ष 1999 में कैप्टन सतीश शर्मा यहां से सांसद बने। सतीश शर्मा को गांधी परिवार का सबसे विश्वास पात्र माना जाता था।
रायबरेली लोकसभा सीट पर कई बार हारी कांग्रेस
हालांकि, रायबरेली में गांधी परिवार को कई झटके भी लगे। वर्ष 1977 के चुनाव में यहां से जनता पार्टी के राजनारायण जीते और 1996 एवं 1998 के चुनाव में यहां से भाजपा उम्मीदवार विजयी रहा। बावजूद इसके यह सीट गांधी परिवार के लिए सबसे अहम रही है। वर्ष 2024 में प्रियंका गांधी के चुनावी राजनीति की शुरुआत भी यहीं से हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि सोनिया गांधी पहली बार 1999 में अमेठी क्षेत्र से सांसद चुनी गईं। मई 2006 में हुए एक विवाद के बाद उन्होंने लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उपचुनाव के जरिए वह दोबारा यहीं से सांसद चुनी गईं। इसके बाद 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में सोनिया ने रायबरेली सीट पर जीत हासिल की।