लोकसभा चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के 15 जिलों के स्वीप कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान स्वीप टीम ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर जोर दिया। इसी क्रम में लखनऊ के योजना भवन सभागार में आयोग की स्वीप टीम के सचिव संतोष कुमार, सीनियर कन्सलटेंट स्वीप आर के सिंह और कम्यूनिकेशन कन्सलटेन्ट स्वीप रजनी उपाध्याय द्वारा प्रदेश के 15 जिलों के स्वीप नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में स्वीप नोडल अधिकारियों को जिलों में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए।
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बैठक के दौरान अधिकारियों से कहा गया कि पिछले लोकसभा चुनाव में कम मतदान प्रतिशत वाले बूथों को चिन्हित किया जाए। साथ ही कारणों और समस्याओं को दूर करने के लिए विशेष प्लान तैयार कर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए भी कहा गया।
भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने स्वीप नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि टारगेट ग्रुपों पर विशेष ध्यान देकर उन्हें मतदान करने हेतु प्रेरित किया जाए और लोगों को स्वीप गतिविधियों के जरिए जागरूक किया जाए। इसके अलावा टीम की तरफ से ये कहा गया है कि आकाशवाणी में हर शुक्रवार की शाम सवा 7 बजे 23 भाषाओं में प्रसारित हो रहे मतदाता जंक्शन कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने स्वीप नोडल अधिकारियों से कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से मतदाता बनने तथा वोट देने के लिए जागरूक किया जाए। मतदाताओं को भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट और वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से ऑनलाइन अपना नाम वोटर लिस्ट में चेक करने और उसे संशोधित करने की जानकारी दी जाए।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि मतदाताओं को स्थानीय निकाय और विधानसभा निर्वाचन की मतदाता सूची के अंतर के बारे में भी बता जाए। जिलों के ऐसे बूथों पर विशेष ध्यान दिया जाए,, जहां 2019 के चुनाव में मतदान प्रतिशत कम रहा है। उन्होंने कहा कि इन बूथों पर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए टारगेटेड स्वीप गतिविधियां संचालित की जाए।