वाराणसी: शनिवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा वाराणसी जिले की सीमा में प्रवेश कर गई। चंदौली जिले के पड़ाव से न्याय यात्रा जैसे ही गंगा नदी पर बने राजघाट पुल पर पहुंची तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने यात्रा का स्वागत किया। इसी दौरान कुछ युवकों ने राहुल गांधी की यात्रा को राम ध्वज दिखाते हुए, ‘राहुल गांधी वापस जाओ’ और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए।
युवाओं द्वारा राहुल गांधी की न्याय यात्रा का विरोध किए जाने पर, पुलिस ने वहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी। इसी बीच कड़ी सुरक्षा के बीच राहुल गांधी लाल रंग की खुली जीप पर सवार होकर राजघाट, भदउचुंगी से कज्जाकपुरा होते हुए गोलगड्डा पहुंचे। यहां उपस्थित कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी की अगवानी की। राहुल गांधी के साथ उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय,पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्र, राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडेय भी उपस्थित रहे। बता दें कि यूपी में राहुल गांधी के न्याय यात्रा का आज दूसरा दिन है।
शहर में लगभग 12 किलोमीटर की न्याय यात्रा गोलगड्डा से मैदागिन, बुलानाला, चौक होते हुए ज्ञानवापी मोढ़ पर जाकर रुकी। यहां से राहुल गांधी काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुंचे और उनकी पूजा- अर्चना की। दर्शन पूजन के बाद राहुल गांधी पुन: न्याय यात्रा में शामिल हुए।
राहुल गांधी की इस यात्रा को लेकर पार्टी के नेताओं का कहना है कि इस रास्ते से अब तक कांग्रेस के किसी भी नेता ने कोई राजनीतिक यात्रा नहीं की है। पार्टी के वाराणसी महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के अनुसार, गोदौलिया से लक्सा, गुरुबाग होते हुए मंडुवाडीह के रास्ते पर अभी तक कोई भी कांग्रेसी नेता ने कोई यात्रा नहीं की है। राहुल गांधी पहले ऐसे कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने इस मार्ग पर कोई न्याय यात्रा निकाली है।
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वहीं, दूसरी तरफ लोगों ने राहुल गांधी की न्याया यात्रा और बाबा विश्वनाथ दर्शन पर सवाल उठाए हैं। लोगों का कहना हैं कि राहुल गांधी चुनावी हिंदू हैं। जब चुनाव नजदीक आता है तब वह मंदिर-मंदिर जाने लगते हैं और चुनाव खत्म होते ही वह भगवान को भूल जाते हैं।