Ayodhya News- अयोध्या
में भगवान श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होते ही हर तरफ भगवान श्रीराम के कीर्तन एवं
भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। अयोध्या के विकास में तेजी लाने के
लिए और विश्व कल्याण हेतु बुधवार से माघ शुक्ल पक्ष त्रयोदशी से श्रीराम यज्ञ का भव्य आयोजन शुरु होने जा रहा है।
इस महायज्ञ की शुरुआत सरयू नदी के तट से होगी।
यह भी पढ़ें- दो दिवसीय प्रवास पर आज वाराणसी पहुंचेंगे पीएम मोदी, शाही अंदाज में होगा भव्य स्वागत
अयोध्या में श्रीराम यज्ञ का महाआयोजन
होने जा रहा है। 17 दिनों तक चलने वाले महायज्ञ की शुरुआत गुरुवार से भव्य कलश
यात्रा के साथ की जाएगी। यज्ञ सम्राट महामंडलेश्वर स्वामी प्रखर जी महाराज और
श्रीरामलला सदन देवस्थानम पीठाधीश्वर श्रीमद् जगतगुरु रामानुजाचार्य डॉ. स्वामी
राघवाचार्य महाराज के संयोजन में होने वाले इस महायज्ञ में 1500
वैदिक आचार्य अनुष्ठान करेंगे। यह अनुष्ठान फागुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी 9
मार्च यानि शनिवार तक होगा।
सरयू नदी के तट पर ये अनुष्ठान करीब 3
किलोमीटर की परिधि में किया जाएगा, जिसके लिए भव्य टेंट सिटी बनाई गई है। इस
महायज्ञ में 100 कुण्डीय विराट यज्ञ में मंत्रों के साथ
आहुतियां पड़ेंगी। शुक्रवार यानि 1 मार्च तक अनुष्ठान के संयोजक रामलला
सदन देवस्थानम पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य डॉ राघवाचार्य रामकथा की रसमयी
वर्षा करेंगे। अगले दिन कि शुरुआत श्रीमद् भागवत कथा ठाकुर कृष्ण चन्द्र शास्त्री
करेंगे। अनुष्ठान में रामलीला और रासलीला का आयोजन किया जाएगा।
अनुष्ठान के संयोजक डॉ राघवाचार्य महाराज ने कहा कि अयोध्या में यह हमारा पहला
महायज्ञ है। अयोध्या जी के विकास और राष्ट्र की
सर्वांगीण उन्नति जैसे तमाम महत्वपूर्ण कार्यों हेतु संकल्पों के साथ यह
महायज्ञ शुरु होगा। यह अनुष्ठान दुर्गा सप्तशती के एक लाख पाठ, विघ्न विनाशक भगवान गणेश जी के एक लाख गणपत्यथर्वशीर्ष पाठ तथा श्री सीताराम भगवान के एक
लाख श्रीराम सूक्त पाठ के साथ सम्पन्न होगा।
अनुष्ठान में 100 सौभाग्यशाली
दम्पति यजमान होगें। अनुष्ठान की तैयारी अंतिम पायदान पर है। अनुष्ठान की
मानीटरिंग श्रीप्रखर परोपकार मिशन ट्रस्ट की संयुक्त सचिव माता चिदानन्दमयी जी कर
रही हैं। इस मौके पर रमेश मिश्रा शिब्बू, राघवेन्द्र मिश्रा अप्पू, मनोज
तिवारी, अवधेश सहित अन्य लोग मौजूद रहे।