कोलकाता: संदेशखाली कांड के मास्टरमाइंड TMC नेता शेख शाहजहां को पश्चिम बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शेख शाहजहां की गिरफ्तारी आज शुक्रवार 29 फरवरी को हुई। वह संदेशखाली में ED की टीम पर हुए हमले के बाद से ही फरार चल रहा था। करीब 55 दिनों तक फरार रहने के बाद, अंततोगत्वा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद उसे कोर्ट के लॉकअप में रखा गया है। मिनाखान SDPO ने बताया कि संदेशखाली हिंसा मामले में आरोपी शेख शाहजहां को पुलिस ने उत्तर 24 परगना जिले के मिनाखान इलाके से गिरफ्तार किया है। इसके बाद उसे बशीरहाट कोर्ट लाया गया है।
उल्लेखनीय है कि संदेशखाली में शेख शाहजहां के खिलाफ 70 से अधिक शिकायतें दर्ज हुईं थीं। शिकायतों में महिलाओं का यौन उत्पीड़न, हिंसा और जबरन जमीन पर कब्जा जैसे अति गंभीर आरोप हैं। मामले पर कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भी कहा था कि शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं लगाई जा रही। उसे गिरफ्तार करना आवश्यक है। बुधवार को न्यायालय ने कहा था कि शाहजहां शेख को CBI, ED या फिर पश्चिम बंगाल पुलिस में से कोई भी गिरफ्तार कर सकता है। साथ ही उच्च न्यायालय ने प्रशासन को फटकार भी लगाई थी।
पिछले महीने राशन घोटाला मामले में ईडी की टीम टीएमसी नेता शेख शाहजहां के संदेशखाली स्थित ठिकानों पर छापा मारने गई थी। इस दौरान शेख शाहजहां के समर्थकों ने ईडी टीम पर हमला बोल दिया था। जिसमें कई लोग घायल भी हुए थे। इसी घटना के बाद से शेख शाहजहां फरार चल रहा था।
बंगाल पुलिस ED पर ही उठा रही सवाल
शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर दक्षिण बंगाल ADG सुप्रतिम सरकार ने कहा कि ‘कोर्ट के स्टे ऑर्डर के कारण हम उसकी गिरफ्तारी नहीं कर पा रहे थे। लेकिन जब कोर्ट ने स्पष्ट कह दिया कि शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है। फिर हमने तत्काल कार्रवाई करते हुए मिनाखा से शेख शाहजहां को गिरफ्तार किया। उसे अदालत में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम पर बाध्यता थी, लेकिन ED पर कौन सी बाध्यता थी कि उन्होंने उसकी गिरफ्तारी नहीं की?’
ADG सुप्रतिम सरकार ने आगे कहा कि ‘संदेशखाली मामले में, शिकायत बिल्कुल भी धारा 354 से संबंधित नहीं थी। 7, 8 और 9 फरवरी के बाद कई मामले सामने आए हैं। लेकिन 8 और 9 फरवरी के बाद से दर्ज हुए सभी मामले उन घटनाओं से संबंधित हैं जो 2 या 3 साल पहले की हैं। उन घटनाओं की जांच करने और सबूत इकट्ठा करने में समय लगता है।