Lucknow News- उत्तर प्रदेश ने आयुष्मान भारत
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पांच करोड़ लाभार्थियों के कार्ड बनाकर
कीर्तिमान स्थापित किया है। बता दें कि पांच वर्ष पहले यह योजना लागू हुई थी। भारत में शीर्ष स्थान पर रहते हुए 5 करोड़ से भी अधिक आयुष्मान कार्ड बने हैं। पिछले 1 वर्ष की बात करें तो प्रदेश में इस योजना के अंतर्गत 2.80 करोड़ से भी अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी की प्राथमिकताओं वाली इस योजना के क्रियान्वयन में बेहतर से बेहतर करने
का प्रयास निरंतर किया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि प्रदेश ने इस योजना के क्रियान्वयन
में देश के अग्रणी राज्यों में पहला स्थान हासिल किया है। योजना के क्रियान्वयन हेतु
निर्धारित विभिन्न मापदंडों में यूपी को देश भर में प्रथम स्थान मिला है। प्रदेश में अब
तक पूर्व के 5 वर्षों में बने 3.06 करोड़ कार्ड के अतिरिक्त केवल 8 माह के अंतराल में 1.94 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। बता दें कि वर्तमान में विकसित
भारत संकल्प यात्रा पूरे प्रदेश की समस्त ग्राम पंचायतों एवं शहरी क्षेत्रों के वार्ड
व नगर पंचायतों में विशेष कैंप लगा कर आयोजित किया जा रहा है।
सीईओ संगीता सिंह ने बताया कि
उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन कार्यरत स्टेट हेल्थ एजेंसी के सहयोग से 5 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह उपलब्धि
केंद्र स्तर से राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सतत सहयोग, राज्य के उच्चाधिकारियों के कुशल नेतृत्व व आयुष्मान भारत की
टीम,
जमीनी कार्यकर्ता, पंचायत सहायक, ANM, मेडिकल ऑफ़िसर, आशा बहु एवं अन्य कार्यकर्ताओं के संगठन और कार्य के प्रति समर्पण
एवं प्रतिबद्धता का परिणाम है। इन्होंने बताया कि पूर्व में औसतन प्रतिदिन भर्ती मरीजों
की संख्या 2 हज़ार थी, जो की बढ़कर प्रतिदिन
औसतन लगभग 8 हजार हो गई है।
बता दें कि देश में योजना के लाभार्थियों
के उपचार हेतु 5000 से भी अधिक निजी एवं सरकारी
अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। इन अस्पतालों में सामान्य बीमारियों से लेकर कैंसर, हृदय रोग, अंग प्रत्यारोपण
जैसी गंभीर बीमारियों का भी उपचार संभव है।