फ्रांस/पेरिस: स्वप्निल कुसाले ने पेरिस ओलंपिक (Paris olympics) में तिरंगा फहरा दिया है। उन्होंने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में कांस्य पदक हासिल कर भारत तीसरा पदक दिलाया है। भारत का पेरिस ओलंपिक में यह तीसरा पदक है। इसके पूर्व 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में मनु भाकर ने कांस्य जीता था। मनु के साथ सरबजोत ने भी मिश्रित प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर पेरिस ओलंपिक में भारत का खाता खोला था।
स्वप्निल कुसाले 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में ओलंपिक मेडल जीतने वाले पहले भारतीय हैं। इसके पहले कोई भी स्वप्निल कुसाले को पदक की रेस में नहीं गिनता था। लेकिन फिर भी उन्होंने बड़ी सफलता हासिल कर देशवासियों को एक बार फिर से गर्व करने का मौका दिया है।
क्या है राइफल थ्री पोजिशन गेम
राइफल थ्री पोजिशन में निशानेबाज तीन पोजिशन में निशाना लगाते हैं। जिसमें घुटने के बल बैठकर, पेट के बल लेटकर और खड़े होकर निशाना लगाया जाता है। इन्हीं निशानों के आधार पर निशानेबाज के प्वाइंट मिलता है। जिस खिलाड़ी के जितने अधिक प्वाइंट होते हैं, उतने ही अंतर से जीत बढ़ जाती है।
इस प्रतियोगिता में स्वप्निल ने नीलिंग पोजिशन (घुटने के बल बैठकर) 153.3 का स्कोर बनाया था। प्रोन पोजिशन (पेट के बल लेटकर) तक उनका स्कोर 310.1 हो गया। इसके बाद स्टैंडिंग पोजिशन के बाद एलिमिनेशन राउंड की शुरुआत हुई। नीलिंग राउंड में स्वप्निल 6वें और प्रोन पोजिशन के बाद वह 5वें स्थान तक पहुंच गए।
हालांकि, जैसे ही एलिमिनेशन राउंड प्रारंभ हुआ वह पांचवें से तीसरे स्थान पर पहुंच गए। रजत पदक जीतने वाले यूक्रेन के निशानेबाज सेरही से सिर्फ .5 अंक पीछे थे। इस प्रकार से स्वप्निल कुसाले सिर्फ .5 अंक से चांदी से चूक गए। स्वप्निल का फाइनल स्कोर 451.4 रहा।
सोना जीतने वाले चीन के यूकुन लियू का 463.6, और सिल्वर पदक जीतने वाला यूक्रेन के सेरही कुलिश का स्कोर 461.3 रहा।