Lifestyle:- सिगरेट का धुआं आपके शरीर को धीमे-धीमे नष्ट करने वाला जहर है। एक ताजा अध्ययन के अनुसार, हर दिन 160 नए लोग धूम्रपान के कारण कैंसर का शिकार हो रहे हैं। कैंसर रिसर्च यूके की एक हालिया स्टडी ने सिगरेट पीने के डरावने परिणामों को उजागर किया है। अध्ययन के अनुसार, ब्रिटेन में हर दिन लगभग 160 लोगों को धूम्रपान से जुड़े कैंसर का पता चलता है, जो सालाना लगभग 58,000 मामलों का रूप लेता है। यह आंकड़ा स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि धूम्रपान की लत किस हद तक जानलेवा हो सकती है। ब्रिटेन में कैंसर का सबसे बड़ा कारण सिगरेट पीना है।
यह हर 7 में से एक कैंसर के मामले के लिए जिम्मेदार है। हालांकि धूम्रपान करने वालों की संख्या में कमी आई है, लेकिन आबादी के बढ़ने और वर्षों पहले हुए नुकसान के कारण कैंसर के मामले अभी भी बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य संस्थाएं चाहती हैं कि नई लेबर सरकार ऋषि सुनक के सिगरेट पर पूरी तरह बैन लगाने के वादे को पूरा करे। कैंसर रिसर्च यूके के पॉलिसी डॉयरेक्टर डॉ. इयान वॉकर के अनुसार ब्रिटेन में हर घंटे 6 लोगों को ऐसे कैंसर का पता चलता है जो धूम्रपान के कारण होता है। सिगरेट एक अत्यंत जहरीला पदार्थ है और इसका हमारे भविष्य में कोई स्थान नहीं है।
धूम्रपान से होने वाले कैंसर के प्रकार-
कैंसर रिसर्च यूके की महामारी विज्ञानी कैरिस बेट्स ने कहा कि धूम्रपान ब्रिटेन में कैंसर का सबसे बड़ा कारण बना हुआ है और यह फेफड़े, स्तन और आंत जैसे कुछ सबसे आम कैंसरों सहित 16 प्रकार के कैंसर के लिए जिम्मेदार है। धूम्रपान छोड़ना आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा काम है जो आप कर सकते हैं।
रिकॉर्ड तोड़ मामलों की बढ़ती संख्या-
कैंसर रिसर्च यूके का अनुमान है कि 2023 में 57,555 धूम्रपान से जुड़े कैंसर के मामलों का पता चला था। यह 2003 में पाए गए 49,325 मामलों से 17 प्रतिशत अधिक है और 2013 में पाए गए 56,091 मामलों से भी अधिक है, जिसका अर्थ है कि यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। ब्रिटेन में प्रत्येक वर्ष होने वाले सभी प्रकार के कैंसर के मामलों की कुल संख्या लगभग 400,000 है।
सिगरेट का जहर सेहत के लिए हानिकारक-
सिगरेट के केमिकल और टार सेल्स के DNA को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे ट्यूमर का विकास हो सकता है। फेफड़ों का कैंसर धूम्रपान से सबसे सीधे जुड़ा हुआ है, और धूम्रपान से होने वाले लगभग आधे कैंसर के मामलों के लिए जिम्मेदार है। लेकिन यह भी कहा जाता है कि यह लिवर, गले और किडनी के ट्यूमर का कारण बन रहा है, पिछले 20 वर्षों में इन मामलों में दोगुना वृद्धि हुई है।
- इस खबर को लिखने का मुख्य उद्देश्य समाज के प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक करना है, जिससे लोग सिगरेट के खतरों को समझें और इससे दूरी बनाए! क्योंकि सिगरेट का धुआं एक धीमा जहर है, जो धीरे-धीरे न केवल धूम्रपान करने वालों को बल्कि उनके आसपास के लोगों को भी प्रभावित करता है। इस जहर से बचने का एकमात्र उपाय है ‘धूम्रपान छोड़ना’।
यह भी पढ़ें:- हिंदू प्रेमी, मुस्लिम प्रेमिका और लिव इन, जानिए अयोध्या पुलिस पर क्यों खफा हुआ हाई कोर्ट, क्या है पूरा मामला!