गाजा पर इजरायल के लगातार हमले के बाद हालात बेहद बदतर हो गए हैं। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने रविवार को बताया कि हजारों लोग भोजन और जरूरत के सामान लेने के लिए गाजा के सहायता गोदामों पर टूट पड़े। हजारों की भीड़ इन सहायता गोदामों में जबरन घुस गई और सामग्री लूटकर चले गए।
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गाजा में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी के निदेशक थॉमस व्हाइट ने रविवार को कहा कि जिस तरह से लोग टूटे, ये चिंताजनक है और इस बात के संकेत मिलते हैं कि इजरायल और हमास के बीच तीन सप्ताह के युद्ध के बाद नागरिक व्यवस्था ध्वस्त होती नजर आ रही है। इस एजेंसी को यूएनआरडब्ल्यूए के नाम से जाना जाता है और ये गाजा में लाखों लोगों को बुनियादी सेवाएं प्रदान कराती है। इलाके के सभी स्कूल संघर्ष से विस्थापित फिलिस्तीनियों से खचाखच भर गए हैं।
गाजा के सबसे बड़े अस्पताल के पास हवाई हमला
इजरायल के युद्धक विमानों ने रविवार तड़के गाजा के सबसे बड़े अस्पताल के पास हमले किए। इस अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीजों का उपचार हो रहा है और हजारों लोगों ने यहां शरण ले रखी है। स्थानीय निवासियों ने ये जानकारी दी है। इजरायल ने बिना अधिक साक्ष्य साझा किए दावा किया है कि हमास के उग्रवादी अस्पताल का अड्डे के तौर पर इस्तेमाल कर रहे थे।
फिलिस्तीनी किसान की गोली मारकर हत्या
वेस्ट बैंक के समीप नबलस शहर में यहूदियों की बस्ती के एक निवासी ने एक फिलिस्तीनी किसान की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक के चाचा ने रविवार को यह जानकारी दी। यहूदी बस्तियों के निवासियों द्वारा मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या अब सात हो गई है।
तयसीर महमूद ने बताया कि उसका भतीजा बिलाल सालेह शनिवार को अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ साविया गांव में खेत में काम कर रहा था, कि तभी उनके ऊपर बस्ती में रहने वाले लोगों के एक समूह ने हमला बोल दिया। महमूद ने बताया कि सालेह ने अपने बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर इलाके को छोड़कर भागने का प्रयास किया, लेकिन एक व्यक्ति ने उसके सीने में गोली मार दी।